दीपावली या दिवाली, भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे बड़ा हिन्दू त्योहार माना जाता है और इसे पूजनीय त्योहारों में से एक माना जाता है। दीपावली का मानना विभिन्न धार्मिक परंपराओं, भाषाओं और क्षेत्रों में अलग-अलग तरीके से किया जाता है, लेकिन समान भावना है कि यह अच्छाई की जीत और बुराई की हार का प्रतीक है। यह त्योहार खुशी, समृद्धि, सौहार्द और लक्ष्मी-गणेश की कृपा का प्रतीक माना जाता है।
दीपावली की तारीख
दीपावली का त्योहार चैत्र मास की अमावस्या से पहले आने वाले शुक्ल पक्ष की तिथि पर मनाया जाता है। इसका अर्थ है कि दीपावली की तिथि प्रतिवर्ष बदलती रहती है।
दीपावली कब है 2022
इस वर्ष, दीपावली 4 नवंबर को पड़ रही है।
दीपावली का महत्व
दीपावली चीरपुंज पर माना जाता है, जो रावण के दहन से सम्बंधित है। भगवान राम ने अयोध्या लौटने पर अयोध्यावासीयों ने उनका स्वागत दिया था और उसके घर को दीपों से सजाया था। दीपावली का यह आयोजन अच्छाई की जीत और अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने का प्रतीक है। इसके साथ ही, दीपावली में लक्ष्मी-गणेश की पूजा की जाती है ताकि घर में समृद्धि और धन की वर्षा हो।
दीपावली के उत्सव
दीपावली का उत्सव पांडाल, दीपों से सजीव पट्टिकाएं, रंगोली, धूमधाम से भरी आत्मा वाली खुशियां, घर सजावट और परिवार सदस्यों के साथ समय बिताने का मौका प्रदान करता है।
दीपावली के प्रकार
- धनतेरस: दीपावली के पहले दिन मनाया जाता है।
- नरक चतुर्दशी: इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था।
- लक्ष्मी पूजा: दीपावली के अमावस्या के दिन माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
- भाई दूज: दीपावली के पांचवे और अंतिम दिन भाई दूज कहलाता है।
दीपावली पर परंपरागत ज्योतिशीय उपाय
- दीपावली पर इस नहाने के जाप से बुराई और अशुभता दूर होती है।
- लक्ष्मी-गणेश की पूजा के बाद उन्हें मिठाई चढ़ानी चाहिए।
- घर को दीपों और फूलों से सजाने से गृह कल्याण होता है।
दीपावली के महत्वपूर्ण तिथियां और महिने
- धनतेरस: कृष्ण पक्ष का त्रयोदशी तिथि, कार्तिक मास
- नरक चतुर्दशी: कृष्ण पक्ष का चतुर्दशी, कार्तिक मास
- लक्ष्मी पूजा: कृष्ण पक्ष की अमावस्या, कार्तिक मास
दीपावली के अनुष्ठान मन्त्र
- दीपावली माँ लक्ष्मी के लिए मन्त्र: “ॐ श्रीं श्रिये नमः”
- दीपावली भगवान गणेश के लिए मन्त्र: “ॐ गं गणपतये नमः”
दीपावली की कहानी (इतिहास)
दीपावली की कहानी मुख्य रूप से श्रीराम और भगवान गणेश के बारे में है। यह त्योहार भगवान राम के अयोध्या लौटने और अपने घर की सजावट के बाद मनाने का प्रतीक है।
दीपावली के अहम संदेश
- अन्धकार को दूर करना: दीपावली का संदेश है कि हमें अपने जीवन में अच्छाई, प्रकाश और खुशियों को बढ़ाना चाहिए।
- धर्म और कर्म के महत्व: यह त्योहार हमें धर्म और कर्म के महत्व का बोध कराता है।
- समृद्धि की कामना: दीपावली के अवसर पर हमें लक्ष्मी और गणेश की कृपा की कामना करनी चाहिए।
दीपावली के सम्बंधित सामान्य प्रश्न
Q1: दीपावली क्यों मनाई जाती है?
A: दीपावली को अच्छाई की जीत और बुराई की हार का प्रतीक माना जाता है।
Q2: दीपावली का मौलिक अर्थ क्या है?
A: “दीप” का अर्थ है ‘दीपक’ और “आवली” का अर्थ है ‘कवच’। इसका मतलब है ‘दीपकों का कवच।’
Q3: दीपावली कितने दिनों का त्योहार है?
A: दीपावली एक पाँच दिनों का त्योहार है जिसमें धनतेरस, चोटी, दिवाली, नया साल और भाई दूज शामिल हैं।
Q4: दीपावली में कौन से देशों में मनाया जाता है?
A: दीपावली भारत के साथ-साथ नेपाल, स्री लंका, मॉरिशस, त्रिनिटी और टोबैगो, म्यांमार, फिजी, गयाना, सुरीनाम, गयाना, जमैका, ट्रिनिडाड और टोबैगो आदि में भी मनाया जाता है।
Q5: दीपावली पर हमें किन-किन चीज़ों की ध्यान रखनी चाहिए?
A: दीपावली पर हमें अपने घर की सफाई, धन और धर्म की कानूनी बातचीत, सजावट और हर्षित मन चाहिए।
निष्कर्ष (Conclusion)
दीपावली एक प्रकार की उम्मीद और पुनर्जीवन का प्रतीक है जो हमें बुराई को हरने के लिए प्रेरित करता है। यह एक सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव है जो हमें एक साथ आनंद और शांति के साथ जीने की प्रेरणा देता है। इसे पवित्र त्योहार के रूप में धन्यवाद दिया जाता है और इसकी महिमा और महत्वपूर्णता को समझाने के लिए लोग इसे उत्साह से मनाते हैं।
इस साल दीपावली मनाएं, बच्चों और परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताएं और खुशियों की असीम बारिश करें। दीपावली की शुभकामनाएं!